कर्क रेखा (Tropic of Cancer) 17 देशो से होकर गुजरती है यह पृथ्वी की एक महत्वपूर्ण काल्पनिक रेखा है, जो उत्तरी गोलार्ध में 23.5° उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। यह रेखा पृथ्वी की भूमध्य रेखा के उत्तर में 23.5 डिग्री पर फैली हुई है तथा पृथ्वी के अक्षीय झुकाव (23.5 डिग्री) के कारण यह सबसे महत्वपूर्ण है, आइये जानते की कर्क रेखा कितने देशो से होकर गुजरती है?
कर्क रेखा कितने देशो से होकर गुजरती है? (kark rekha kitne deshon se hokar gujarti hai)
कर्क रेखा 17 देशो से होकर गुजरती है जिनके नाम नीचे दिए गए है, आपके जानकारी के लिए बता दू यही कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरती है. आइये कर्क रेखा (Tropic of Cancer) से गुजरने वाले देशो के नाम जानते है.
कर्क रेखा कितने देशो से होकर गुजराती है? (kark rekha kitne deshon se hokar gujarti hai)
- मेक्सिको
- बहामास (ग्रेटर एंटीलीज़)
- पश्चिमी सहारा
- मॉरिटानिया
- माली
- अल्जीरिया
- नाइजर
- लीबिया
- मिस्र
- सऊदी अरब
- यूएई (ओमान)
- ओमान
- भारत
- बांग्लादेश
- म्यांमार
- चीन
- ताइवान
इन्हें भी पढ़े – यूरोप में कितने देश है नाम जाने?
कर्क रेखा का महत्त्व (Benefits of Tropic of Cancer)
कर्क रेखा के महत्व निम्नलिखित हैं
- कर्क रेखा (Tropic of Cancer) पृथ्वी के भूमध्य रेखा से 23.5 डिग्री उत्तर पर स्थित है
- कर्क रेखा उत्तरी गोलार्ध के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र का हिस्सा है।
- कर्क रेखा पर 21 जून को सूर्य की किरणें सीधे पड़ती हैं, जो उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solstice) का कारण बनती है।
- कर्क रेखा के पास स्थित क्षेत्रों में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है, जहां अधिक गर्मी और वर्षा होती है।
- कर्क रेखा से गुजरने वाले क्षेत्र कृषि के लिए उपयुक्त होते हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में पर्याप्त सूर्यप्रकाश और गर्मी मिलती है, जिससे फसलें अच्छी होती हैं।
- कर्क रेखा के पास स्थित क्षेत्रों में जैव विविधता अधिक होती है, क्योंकि यहां की जलवायु कई तरह के पौधों और जीवों को पनपने के लिए उपयुक्त होती है।
- कर्क रेखा (Tropic of Cancer) के कारण मौसम में परिवर्तन होते हैं, जिससे यह क्षेत्र गर्मियों के दौरान सबसे लंबा दिन और सर्दियों में सबसे छोटा दिन अनुभव करते हैं।
- कर्क रेखा के पास सूर्य की किरणें अधिक सीधी होती हैं, जिससे इस क्षेत्र में सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है।
- कर्क रेखा पृथ्वी के अक्षीय झुकाव को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
- कर्क रेखा सूर्य के कालक्रम को समझने में मदद करती है, जैसे ग्रीष्म संक्रांति का समय और सूर्य की स्थिति।
अर्थात कर्क रेखा (Tropic of Cancer) का पर्यावरण, जलवायु, कृषि, और भौगोलिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान है, और यह पृथ्वी पर विभिन्न गतिविधियों को प्रभावित करती है।