सेविंग अकाउंट (Saving account) को हिंदी मे बचत खाता कहते है इसके नाम से ही मालूम पड़ता है की यह खाता बचत करने के लिए होता है सामान्यत: इस खाते को सामान्य जन (आम लोग) बचत के लिए खुलवाते है ताकि वे पैसे का संरक्षण सके और आवश्यता पड़ने पर इसका प्रयोग कर सके. आइये विस्तार से जानते है.
आज के समय में बैंक खाता सबके लिए अनिवार्य हो गया है चाहे युवाओं को अपनी सैलरी प्राप्त करनी हो या विद्यार्थियों को स्कालरशिप, सभी अपने पैसे बैंक खाते में ही प्राप्त करते है लेकिन क्या आपको मालूम है बैंक खाते दो प्रकार के होते है पहला करेंट खाता और दूसरा बचत खाता, और इन खातो में अंतर भी होता है आइये सर्वप्रथम हम बचत खाता यानी सेविंग अकाउंट (Saving account) के बारे में जानते है.
सेविंग अकाउंट किसे कहते हैं? (Saving account kise kahate hai)
savings account kya hota h: बचत खाता (Saving account) एक प्रकार का जमा खाता होता है जिस पर बैंक द्वारा, आपके जमा किये गये राशि पर ब्याज का भुगतान किया जाता है. या बचत खाता वह खाता होता है जहा खाता धारक, खाते को बचत के इरादे से खुलवाता है
इस प्रकार के बैंक खाते मे ब्याज मिलता है चुकी यह खाता बचत के लिए होता है इसलिए इसमें न्यूनतम धनराशी रखना अनिवार्य होता है साथ ही इस प्रकार के खाते में कई प्रकार के रोक भी लगे होते है जो खाता धारक के पक्ष में ही होते है जैसे की बचत खाते में खाता धारक एक निश्चित मात्रा में ही धन की निकासी कर सकते है वह सेविंग अकांउट के ATM से भी एक निश्चित सीमा में ही पैसे निकाल सकता है.
Also Read: मुद्रास्फिति क्या है?
सेविंग अकाउंट के लिए पात्रता (Eligibility of Saving account Hindi)
बचत बैंक या सेविंग खाता खोलने के लिए, किसी निवासी को न्यूनतम 10 वर्ष का होना चाहिए, साथ ही जिस व्यक्ति का खाता खुलना है उनके पास वैध केवाईसी दस्तावेज जैसे- आधारकार्ड, पेनकार्ड, फोटो, आदि होने चाहिए.
सेविंग अकाउंट भारतीय व विदेशी दोनो के द्वारा खोले जा सकते है. साथ ही बचत खाता एकल (केवल एक व्यक्ति) या किसी साथी के साथ (2 या 2 से अधिक, जिसे ज्वाइंट खाता कहा जाता है) खोले जा सकते हैं साथ ही खाते मे आप अपना नोमानी भी जोड़ सकते है.
नोमनी (Nominee): नोमानी वह व्यक्ति होता है जिसे खाता धारक द्वारा नामित किया जाता है ताकि खाता धारक के अनुपस्थिति में, या उसके देहांत की स्थिति में, उसकी सम्पत्ति का प्रबंधन और वितरण सुचारू रूप से हो सके। खाता धारक जीवन बीमा, बैंक खाता, म्युचुअल फण्ड इत्यादि जैसे वित्तीय दस्तावेजों में नोमानी का नामांकन कर सकता है।
नोमानी का नामांकन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, क्योंकि यह खाता धारक की अनुपस्थिति में संपत्ति के सही और निर्धारित हस्तांतरण को सुनिश्चित करता है। नोमानी का चयन करते समय, खाता धारक को चाहिए कि वह एक विश्वसनीय और समर्थ व्यक्ति को चुने, जो उसके अनुपस्थिति में सम्पत्ति के प्रबंधन में सक्षम हो।
सेविंग अकांउट में न्यूनतम धनराशी (Minimum Balance in Saving Account)
सेविंग अकाउंट में न्यूनतम धनराशी बनाए रखना अनिवार्य होता है। यदि आप इस नियम का पालन नहीं करते, तो आपको पेनल्टी देनी पड़ सकती है। लेकिन जीरो बैलेंस अकाउंट, जन-धन अकाउंट और सैलरी अकाउंट जैसे सेविंग अकाउंट में न्यूनतम राशि की सीमा नही है.
ट्रांजैक्शन की लिमिट – savings account transaction limit
सेविंग अकाउंट मे महीने के ट्रांजैक्शन मे एक लीमिट लगी होती है लेकिन सेविंग खाते मे पैसे रखने की कोई लिमिट नही होती, आप जितना चाहे उतने पैसे रख सकते है लेकिन करेंट खाते मे महीने के ट्रांजैक्शन की कोई लिमिट नही होती है.
सफलता तक | Home |
सेविंग अकाउंट के फायदे – Benefits of Saving account in Hindi
- SMS अलर्ट
- मोबाइल बैंकिंग
- इंटरनेट बैंकिंग
- ATM कार्ड
- क्विक मिस्ड कॉल सुविधा
- निश्चित ब्याज
- प्रति वर्ष निःशुल्क चैक पन्ने
- मासिक आधार पर सीमित निःशुल्क पैसो का लेन-देन।
Benefits of Saving account: बचत खाते के अनेको फायदे है जैसे कि सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना आपके वित्तीय स्वास्थ्य के लिये महत्वपूर्ण होता है। यह आपकी वित्तीय रणनीति को सुरक्षित बनाए रखने में मदद करता है, साथ ही आपको आने वाले आपातकालीन परिस्थितियों के लिए भी तैयार रखता है।
न्यूनतम राशि की अनिवार्यता के चलते सेविंग अकाउंट आपको धन संचय करने की अनुमति देता है, जो आपकी वित्तीय सुरक्षा में वृद्धि करता है। इसके अलावा, आपको ब्याज की माध्यमिक दर से भी लाभ होता है, जिससे आपका पूंजी बढ़ता है।