पुरूष एवं स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्दों को लिंग कहते हैं। या जिस संज्ञा शब्दों से पुरुष जाति, अथवा स्त्री जाति का होने का पता चलता है, उसे लिंग कहते हैं। लेकिन आपको ध्यान देना होगा की स्त्री एवं पुरुष के अलावा भी लिंग की गणना की जाती है। आगे हम लिंग (स्त्रीलिंग और पुल्लिंग) विस्तार से समझेंगे।
लिंग के भेद
हिन्दी भाषा में लिंग के दो भेद होते है।
- पुल्लिंग
- स्त्रीलिंग
आज हम आपको कुछ ऐसे ही नियम बताएंगे जिनके आधार पर आप स्त्रीलिंग की पहचान कर सकते हैं। आइए समझते हैं।
स्त्रिलिंग की पहचान
जिन शब्दों के अंत में ख होता है वे स्त्रीलिंग कहलाते है जैसे: ईंख, भूख, चोख, राख, आदि।
जिन भाववाचक संज्ञाओ के अंत में ट, वट, या हट होता है वे स्त्रीलिंग कहलाते है जैसे: झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि।
भाषा, बोली, और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं जैसे: हिंदी, अंग्रेज़ी, पहाड़ी, पंजाबी, भोजपुरी, बंगाली, मराठी आदि।
जिन शब्दों के अंत में इया आता है वे स्त्रीलिंग होते है जैसे खटिया, लुटिया, नटिया, चिड़िया, कुतिया, कुटिया आदि।
नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे कि गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, ताप्ती आदि।
तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे पहली, दूसरी, तीसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि।
स्त्रीलिंग शब्द की पहचान करने के नियम
सभी नदियों के नाम- दुनिया भर में पाई जाने वाली सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग ही होते हैं। अगर आपको आपकी परीक्षा के दौरान शब्दों का लिंग पहचानने के लिए कहा जाता है तो आपको वहां पर किसी भी नदी का नाम मिल जाता है तो आप अवश्य ही उसे स्त्रीलिंग समझ सकते हैं।
नदियों के नाम के उदाहरण: गंगा, यमुना, सरस्वती, ब्रह्मपुत्र, ताप्ती, गोदावरी, सतलज, इत्यादि सभी नाम स्त्रीलिंग का बोध कराते हैं। अतः यहां पर यह स्पष्ट हो जाता है कि सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग ही होते हैं।
ख प्रत्यय बाले शब्द- जिन शब्दों के अंत में ख लगा होता है वह सभी शब्द स्त्रीलिंग कहलाते हैं। अगर आपको कोई ऐसा शब्द मिलता है जिसका अंत ख से होता है तो समझ जाइए कि वह शब्द स्त्रीलिंग है।
ख स्त्रीलिंग शब्द के उदाहरण: ईंख, राख, भूख, चोख, आदि।
नक्षत्रों के नाम से स्त्रीलिंग की पहचान – प्रकृति में जितने भी नक्षत्र पाए जाते हैं उन सभी के नाम स्त्रीलिंग होते हैं उनके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं जैसे- अश्विनी, रोहिणी, भरणी, आदि जंऍ तय
इ और ई स्त्रीलिंग– अगर आपको कुछ भी ऐसे शब्द दिखाई देते हैं जहां पर छोटी इ की मात्रा या बड़ी ई की मात्रा तथा बड़ा ऊ की मात्रा आपको मिलते हैं तो इसका मतलब है कि वह शब्द स्त्रीलिंग शब्द है। इनके प्रमुख उदाहरण इस प्रकार है। जैसे – रोटी, टोपी, नदी, चिट्टी, उदासी, रात, बात, छत,भीत, लू आदि
तिथियों के नाम – कैलेंडर में जितने भी तिथियां होती हैं उन सभी के नाम से स्त्रीलिंग का बोध होता है। इनके उदाहरण कुछ इस प्रकार हैं: एकम, दूज, तीज चतुर्थी,पंचमी,छठ,सतमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी त्रयोदशी,, पूर्णिमा आदि
नित्य स्त्रीलिंग शब्द – कुछ ऐसे शब्द भी होते हैं जिनमें सामने वाली बस तू चाहे तो पुरुष लिंग हो या स्त्रीलिंग है लेकिन उनके उच्चारण के तौर पर उन्हें स्त्रीलिंग शब्द ही कहा जाएगा तो इस प्रकार के शब्द नित्य स्त्रीलिंग शब्द कहलाते हैं।
स्त्रीलिंग की पहचान टिप्स
नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं
नक्षत्रों के नाम से स्त्रीलिंग की पहचान
तिथियों के नाम
नित्य स्त्रीलिंग शब्द
प्रथ्वी ग्रह स्त्रीलिंग है।
नक्षत्रों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे अश्विनी, रोहिणी, भरणी, आदि।