इस आर्टिकल में हम आपकों बताने जा रहे हैं पर्यायवाची शब्द जो कि समानार्थी शब्द भी कहा जाता है। अर्थात समान अर्थ देने वाले शब्दों को समानार्थी या पर्यायवाची शब्द कहते हैं।क ई शब्दों के एक अर्थ बताने वाले शब्दों को पर्यायवाची माना जाता है। जैसे सूर्य का पर्यायवाची शब्द होता है
सूर्य के पर्यायवाची शब्द – दिनकर, दिवाकर, भानु, भास्कर, आक, आदित्य, दिनेश, मित्र, मार्तण्ड, मन्दार, पतंग, विहंगम, रवि, प्रभाकर, अरुण, अंशुमाली और सूरज भगत, दिनमणि, अर्क, हरि आदि
पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं ?
पर्यायवाची शब्द – किसी भी शब्द का पर्यायवाची शब्द वह शब्द होता है जो उसके समान अर्थ रखता हो। पर्यायवाची के नाम से ही स्पष्ट है किसी शब्द का पर्याय जिसमें एक शब्द के अनेक शब्द होते है परन्तु उसके अर्थ समान होते हैं।
जो शब्द परस्पर समान अर्थ रखतें हैं, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं। आइए पर्यायवाची शब्द के उदाहरण से समझते हैं।
- अतिथि- मेहमान ,पाहुन ,आगंतुक, अभ्यागत।
- आकाश- नभ गगन, अम्बर, ब्योम शून्य
- घोड़ा,,, अश्व,आशुविमानक, तुरंग, घोटक, हय, तुरंगम, वाजि, सैंधव, रविपुत्र।
- अधर्म- पाप ,अनाचार, अनीत, अन्याय, अपकर्म, जुल्म।
- अचल- अडिग ,अटल ,स्थिर ,दृढ, अविचल।
- आग- अग्नि, पावक, दहन ,अनल,
- अनुपम- अनोखा, अनूठा, अपूर्व, अद्भुत, अद्वितीय, अतुल।
- अमृत- मधु, सुधा, पीयूष ,अमी, सोम ,सुरभोग।
- अंबा- माता, जननी, मां, जन्मदात्री, प्रसूता।
- पृथ्वी- धरा, धरती, भूमि,वसुंधरा, ज़मीन
- अलंकार– आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।
- अहंकार– दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मा– जंगल, जंगल,,,वन, कानन, अरण्य,, विपिन।
- आकाश– नभ व्योम, शून्य गगन अम्बर। अन्तरिक्ष
- अंतर्धान– गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य।
- अंतर्गत– शामिल, सम्मिलित, भीतर आया हुआ गुप्त।
जो शब्द परस्पर समान अर्थ रखतें हैं, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।आ
पर्यायवाची की परिभाषा
- आयुष्मान- चिरंजीवी, दीर्घ, जीवी, शतायु ,दीर्घायु।
- आदर्श- प्रतिमान, मानक, प्रतिरूप ,नमूना।
- आयु- अवस्था, उम्र, वय, जीवनकाल, वयस्, जिन्दगी ।
- कमल- जलज, पंकज,नीरज, पयोज अम्बुज वारिज
- आभूषण- अलंकार, भूषण, गहना, आभरण, जेवर, टूम ।
- पेड़- वृक्ष, तरु, विटप, दरख़्त
- आँख– नेत्र, नयन, चक्षु, दृग, लोचन, अक्षि, नजर, अक्ष, चश्म।
- आकाश– नभ, अनन्तं, अभ्रं, पुष्कर, शून्य, तारापथ, अंतरिक्ष, आसमान, फलक, व्योम, दिव, खगोल, गगन, अम्बर।
- आत्मा- प्राणी, प्राण, जान, जीवन, चैतन्य, ब्रह्म, क्षेत्रज्ञ, सर्वज्ञ, सर्वव्याप्त, विभु, जीव ।
- हाथी- गज, हस्ती,दती, कुंजर,
- आयुष्मान- चिरंजीव, दीर्घजीवी, शतायु, दाघायु।
- आदर्श– प्रतिमान, मानक, प्रतिरूप, नमूना ।
- शेर- सिंह, वनराज, मृगराज, केशरी मृगेंद्र
- आम– अतिसौरभ, रसाल, फलराज, आम्र, सहकार, पिकबंधु, च्युतफल ।
- ईश्वर- प्रभु, भगवान, परमात्मा,ईशा
- गणेश- एकदंत, गजानन, लम्बोदर,विनायक
- चन्द्रमा- चन्द्र, चन्दा, हिमांशु, मयंक, राकेश,शशि
- इन्द्र- देवेश,सुरेश, देवेन्द्र,देवाधिपति
- लक्ष्मी- रमा,चपला, चंचला कमला, हरिप्रिया
- शिव- महादेव, शंकर,महेश, गिरिश,निलकठ
- गंगा- भागीरथी, सुरसुरी, जान्हवी, देवनदी
- कृष्ण- केशव,माधव, दामोदर
- देव- देवता,सुर अमर
किसी भी शब्द का पर्यायवाची शब्द वह होता है जो उसके समान अर्थ रखता हों। अर्थात एक शब्द के अनेक शब्द होते है परन्तु उसके अर्थ समान होते हैं। नीचे कुछ खास रिश्ता, रिस्तेदारो के नाम के पर्यायवाची जानते हैं।
- माता- जननी, अम्बा जन्मदाता,मातृ,मां, मम्मी, माई
- बेटा- अग्रज, पुत्र,तनुज वत्स सुत
- बेटी- तनुजा, पुत्री, बिटिया , कन्या आत्मजा,सुता
- बहू- बहुरानी, लक्ष्मी, पतोहु,दुलहिन
- राजा- नरेश,भूप, नरेंद्र,भूपति,महीप
- मित्र- दोस्त सखा,सहचर,मीत
- औरत- महिला, नारी,अबला, स्त्री
महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द
रात्रि– राका, निशा, रजनी, यामिनी, विभावरी।
रमा– श्रीकमला, विष्णुप्रिया, इंदिरा, लक्ष्मीकांता।
राजमहल- राजभवन, राजप्रसाद, राजमंदिर।
राधा- हरिप्रिया, राधिका, ब्रजरानी।
राम- रघुपति, राघव, रघुनंदन, रघुवर, सीतापति।
रावण– लंकेश, लंकापति, दशानन दशकण्ठ।
रश्मि- कर, अंशु, मरीच, मयूख।
यमुना- कालिंदी, तरणि-तनुजा, सूर्यजा, अज रवितनया, जमुना, कृष्णा, रविसुता |
युद्ध- रण, समर, संग्राम, जंग, लड़ाई।
युवती- तरुणी, श्यामा, रमणी, प्रमदा, सुंदरी, स्त्री, नारी, औरत, वनिता, कांता, वामा, त्रिया ।
यम- कीनाश, जीवितेश, श्राद्धदेव, दण्डधर, सूर्यपुत्र,
यमराज- अंतक, धर्मराज, कृतान्त ।
यात्रा– सफर, गमन, तीर्थाटन, प्रयाण, प्रस्थान।।
परिभाषा 2 :
जिन शब्दों के अर्थ में समानता होती है ,उन्हें समानार्थी या पर्यायवाची शब्द कहते है। हिन्दी भाषा में एक शब्द के समान अर्थ वाले कई शब्द हमें मिल जाते है, जैसे – पहाड़ – पर्वत , अचल, भूधर । किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थी शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते।
जल- नीर, सलिल, जीवन, तोय, उदक, पानी, पय,अंबु, अंभ, रस, आब, वारि ।
जिह्वा- जीभ, रसज्ञा, रसा, जबान, रसिका, रसना, वाचा।
जगत- विश्व, दुनिया, जगती, संसार, भव, जग, जहान्, लोक।
जहर- हलाहल, विष, गरल, कालकूट, गर।
हिन्दी भाषा में पर्यायवाची शब्द का बहुत बड़ा योगदान है।
भाषा में शब्द और अर्थ दोनों का अपना एक स्थान एवं महत्त्व है। एक अर्थ के द्योतन हेतु एक शब्द विशेष होता है। परंतु भाषा-प्रयोग की दृष्टि से उस एक ही शब्द का अनेकों बार प्रयोग उचित नहीं होता। ऐसी परिस्थिति में निहितार्थ की अभिव्यक्ति हेतु उसी के समान अर्थ देने वाले अन्य शब्द का प्रयोग किया जाता है। ऐसे समानार्थी शब्द ही पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।