Solar Plant: विश्व में कुछ ही ऐसे देश है जो सौर उर्जा को इलेक्ट्रिकल ऊर्जा मे बदलने की क्षमता रखते है आज भी कुछ ऐसे देश है जहाँ बिजली प्राप्त करने के सीमित साधन उपलब्ध है लेकिन अपना भारत देश विश्व मे सौर उर्जा के प्रयोग मे सबसे आगे है विश्व के टोप 10 सबसे बड़े ‘सोलर प्लांट (Solar Plant) ‘ मे भारत के 4 प्लांट शामिल है.
वर्तमान मे उर्जा का सबसे बडा स्रोत सूर्य को माना जाता है क्योकि हम सोलर पैनल की सहायता से सूर्य के प्रकाश को सीधे बिजली में बदलता जानते है। यह सोलर पैनल सिलिकॉन चिप से बना होता है, जिसमें सूर्य के प्रकाश को इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में बदलने के लिए सेमीकंडक्टर्स का उपयोग होता है।
विश्व के 10 सबसे बड़े सोलर प्लांट (Solar Plant)
ग्लोबल इंडेक्स द्वारा जारी एक आकडे के अनुसार विश्व के 10 सबसे बड़े सोलर प्लांटो मे भारत के 4 सौर सयंत्र शामिल किये गये है ये चारों सयंत्रो से भारत को लगभग 6000 मेगावाट तक बिजली प्राप्त होती है। भारत के बाद चाइना, इजिप्ट और UAE देश सौर उर्जा का प्रयोग भारी मात्रा मे करते है। विश्व के 10 सबसे बड़े सोलर प्लांट व उनके देशों के नाम निम्नलिखित है।
Top | देश | प्लांट नाम | उत्पादन क्षमता |
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1 | भारत | भाड़ला सोलर पार्क | 2245 मेगावाट |
2 | चाइना | Huanghe Hydropower Hainan | 2200 मेगावाट |
3 | भारत | पवागड़ा सोलर पार्क | 2050 मेगावाट |
4 | इजिप्ट | बेनबान सोलर पार्क | 1650 मेगावाट |
5 | चाइना | टेंगर डिजर्ट सोलर पार्क | 1547 मेगावाट |
6 | UAE | नूर अबु धाबी | 1177 मेगावाट |
7 | UAE | मोहम्मद बिन रासिद अल | 1013 मेगावाट |
8 | भारत | कुर्नूल अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क | 1000 मेगावाट |
9 | चाइना | डेटोंग सोलर पावर टोप रनर बेस | 1000 मेगावाट |
10 | भारत | एनपी कुंटा अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क | 978 मेगावाट |
भारत के 4 सबसे बड़े सोलर प्लांट (biggest solar plant in India)
उपर्युक्त बताये गये भारत के सबसे बड़े सोलर प्लांट (Solar Plant) क्रमश: राजस्थान, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और मध्यप्रदेश मे है इनके अलावा भी भारत मे कई सौर सयंत्र है लेकिन उनका उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट से कम है।
भाड़ला सोलर पार्क (राजस्थान) : यह सोलर पार्क राजस्थान के जोधपुर मे स्थित है इसकी बिजली उत्पादन क्षमता 2245 मेगावाट है जो 14000 एकड़ मे फैला हुआ है। यह यह सोलर पार्क बिजली उत्पादन में दुनिया का सबसे बड़ा पार्क है जिससे साफ, निर्मुल्य और नए ऊर्जा स्रोत प्राप्त होते है। यह हमे सौर उर्जा से विद्युत उर्जा उत्पन्न करने में मदद करता है.
पवागड़ा सोलर पार्क (कर्नाटका) : यह सोलर पार्क पलावल्ली कर्नाटक मे स्थित है इसकी बिजली उत्पादन क्षमता 2050 मेगावाट है जो की 13000 एकड़ मे फैला हुआ है इस सोलर पार्क को कर्नाटक सोलर पार्क डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (KSPDCL) द्वारा 2019 में शुरू कर दिया था।
कुर्नूल अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क (आंध्र प्रदेश) : यह सोलर पार्क आंध्र प्रदेश के कुर्नूल मे अवस्थित है इसकी बिजली उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है तथा यह 5,932.32 एकड़ मे फैला हुआ है
एनपी कुंटा अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क (आंध्र प्रदेश) : यह सोलर पार्क आंध्र प्रदेश के अनंतपुरम मे स्थित है जो 7,924.76 एकड़ मे फैला हुआ है इस सोलर पार्क की बिजली उत्पादन क्षमता 978.5 मेगावाट है।
सौर उर्जा / सोलर प्लांट (Solar Plant) के फायदे
सोलर पैनल का उपयोग करने के कई लाभ हैं, क्योकि यह एक नवीकरणीय उर्जा स्रोत है, जो जीवन के अंत तक प्राप्त हो सकता है साथ ही सौर उर्जा से किसी भी प्रकार का पर्यावरणीय क्षति नही करता है सौर उर्जा के अनेको फायदे निम्नलिखित है.
- यह एक नवीकरणीय उर्जा स्रोत है
- ऊर्जा सुरक्षा में सुधार करता है
- सोलर उर्जा जीवन के अंत तक उपलब्ध रहेगा।
- इसे हर जगह आसानी से प्राप्त किया जा सकता है
- जल, वायु को प्रदूषित नही करता है
- न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता
- सबसे विश्वसनीय उर्जा स्रोत
- पर्यावरण को किसी भी प्रकार की क्षति नही पहुचाता
सोलर पैनलों का उपयोग घरेलू ऊर्जा उत्पादन, विभिन्न उद्योगों, विद्युत सामग्री के लिए ऊर्जा पुनर्चक्रण और विभिन्न आपूर्ति नेटवर्कों में किया जा सकता है। इसके अलावा, यह दूरस्थ स्थानों पर विद्युत सामग्री प्रदान करने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जहां अन्य ऊर्जा स्रोतों का पहुंचना मुश्किल हो सकता है।