School prayer in Hindi: विद्यालय मे नियमति रुप से प्रार्थना करना, न सिर्फ शिष्टाचार को दर्शाता है बल्कि शिक्षा के प्रति हमारे समर्पण की भावना को भी प्रदर्शित करता है वैसे तो विद्यालय मे कई प्रार्थनाये की जाती है जिनका उद्देश्य बच्चो को सदगुण व नैतिकता सीखाना होता है आज हम यहाँ ऐसे ही प्रमुख, नैतिकता युक्त, विद्यालय मे की जाने वाली प्रार्थना को हिंदी मे (prarthana in hindi) देखेंगे, जो भारत के अधिकांश विद्यालयो मे कराई जाती है.
विद्यालय की प्रार्थना (school prayer in Hindi)
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमज़ोर हो ना: यह प्रार्थना भारत के विद्यालयो मे सबसे अधिक कराई जाती है इस प्रार्थना के पहले पंक्ति मे बच्चे ईश्वर से प्रार्थना करते है कि “हे प्रभू हमे इतनी शक्ति दो की हमारे मन का विश्वास कमजोर ना हो, अर्थात हमारा मन विचलित ना हो. हम सदा नेक (सही) रास्ते पर चले, और हमसे अनजाने मे भी भूल ना हो” आइये इस कविता को पूरा देखते है.
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमज़ोर हो ना (school prayer)
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता..
दूर अज्ञान के हो अँधेरे तू हमें ज्ञान की रौशनी दे
हर बुराई से बचके रहें हम जीतनी भी दे भली ज़िन्दगी दे
बैर हो ना किसी का किसी से भावना मन में बदले की हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता…
हम न सोचें हमें क्या मिला है हम ये सोचें क्या किया है अर्पण
फूल खुशियों के बांटें सभी को सबका जीवन ही बन जाए मधुवन
अपनी करुणा को जल तू बहा के कर दे पावन हर एक मन का कोना
इतनी शक्ति हमें देना दाता…
हम अँधेरे में हैं रोशनी दे खो ना दे खुद हो ही दुश्मनी से
हम सज़ा पायें अपने किए की मौत भी हो तो सह ले ख़ुशी से
कल जो गुज़ारा है फिर से ना गुज़रे आने वाला वो कल ऐसा हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता..
हर तरफ़ ज़ुल्म है बेबसी है सहमा-सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढ़ता ही जाए जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता का तू ये उठा ले तेरी रचना का ये अंत हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता..
School prayer in Hindi
ब्रम्हांड के उत्पत्ति का रहस्य जाने
वीणावादिनी वर दे! (school prayer Hindi)
यह कविता भी भारत के सबसे अधिक विद्यालयो मे कराई जाती है इस कविता मे बच्चें ज्ञान की देवी माँ सरोस्वती अर्थात वीनावादिनी से वर मांग रहे है, मुख्यरूप से यह प्रार्थना हिंदी माध्यम के विद्यालयों में अधिक प्रचलित है, आइये इस प्रार्थना को पढ़ते है.
वर दे, वीणावादिनी वर दे!
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे!
वर दे, वीणावादिनी वर दे।
काट अंध-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे!
वर दे, वीणावादिनी वर दे।
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव
नवल कंठ, नव जलद-मंद रव;
नव नभ के नव विहग-वृंद को
नव पर, नव स्वर दे!
वर दे, वीणावादिनी वर दे।
इतनी शक्ति हमें दे न दाता, प्रार्थना चित्र सहित
अगर आप इतनी शक्ति हमें दे न दाता (Itani shakti hame de n data) कविता को लिखित मे चाहते है तो उपर दिये गये कविता को कोपी कर सकते है एवं चित्र के लिए आप नीचे दिये गये चित्र पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते है.