जानिए निबंध लिखने के नियम – nibandh kaise likhe

essay writing

निबंध लेखन हिन्दी की एक महत्वपूर्ण विद्या है। इसके लेखन का सही तरीका यह है कि उसके मुख्य अंगों का सही पहचान होना चाहिए। यदि आप निबंध लेखन के अंगों को पहचानेंगे तभी सरल तरीके से निबंध लिख सकते हैं ।आपका विषय कुछ भी हो लेकिन शुरुआत मुख्य विंदु से ही होनी चाहिए। जिससे लिखा हुआ निबंध का एक हिस्सा हों और लिखें गये मुख्य बिंदु को आसानी से समझा जा सके।

निबंध लेखन- essay writing in hind

निबंध 3 प्रकार के होते हैं।

  • भावनात्मक
  • विचारात्मक
  • वर्णात्मक

निबंध लेखन के मुख्य अंग

निबंध लिखते समय निम्नलिखित बिन्दुओं का अनुकरण करना आवश्यक होता है।

  • रूपरेखा
  • प्रस्तावना
  • विस्तार
  • उपसंहार

निबंध लिखने का सही तरीका

रुप रेखा बनाये

निबंध लिखते समय शुरू में रूपरेखा शामिल ज़रूर करें। रूपरेखा के अन्दर आपको यह लिखना है कि अपने लेख के अन्दर मुख्य बिंदु क्या डालने वाले हैं।। यानी की आप जीतने भी निबंध के अन्दर हेडलाइन लिखेंगे। शुरुआती यानी की रुप रेखा में दर्शायें। जिससे की पहले ही पता चल सके की निबंध कैसा है।

प्रस्तावना लिखे

किसी भी निबंध की सबसे पहला वाक्यांश प्रस्तावना की होनी चाहिए है। इसके अन्दर निबंध के परिचय लिखें। और उस निबंध से जुड़े हुए मुख्य विषय को इसके अंदर ही दर्शायें। अब बात है की निबंध लिखना किस प्रकार से है? तो चलिए मान लेते हैं की स्वस्थ रहने के उपाय, पर निबंध लिखना है तो सबसे पहले पन्ने के बीच में चाहे आप जहाँ से शुरु कर रहें हो। स्वस्थ कैसे रहें, लिख देना है। उसके बाद एक लाईन नीचे से प्रस्तावना लिखकर ठीक उसके सामने से परिचय लिखना शुरु करें।

विस्तार से लिखे

विस्तार निबंध को पुरी गहरायी तक परिचय करवाता है। इसके अन्दर ही निबंध के पीछे की रहष्य और उसके गुण अवगुण को दर्शाना होता है। जैसे की स्वस्थ रहने पर निबंध लिखना हो तो स्वच्छता, संतुलित भोजन, नींद, ब्रह्मचर्य आदि गतिविधियों को लिख सकते हैं।

इस तरह से निबंध लिखेंगे तो बहुत ही ज्यादा उम्मीद है की परिक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होंगे। क्योंकि निबंध लिखने का मतलब यह है की आप किसी भी विषय या वस्तु के पूरी विस्तार से जानकारी देने वाले होते हैं चाहे उसके फायदे बताने हो या उसका कोई नुक्सान है तो वह भी लिखना है। तभी एक पूर्ण निबंध लिखी जा सकती

उपसंहार जरुर लिखे

किसी भी निबंध को अंत करते वक्त ऐसे ही खत्म नहीं करना चाहिए। बल्कि ऐसा करने के वजाय उपसंहार लिखना ना भूले। जैसे की किसी भी विषय के ऊपर निबंध लिखें हो तो उपसंहार में यह लिखें की इससे हमे क्या सीख मिलती है। या इसमें इस तरह के सुधार या बदलाव लाए जा सकते हैं। जैसे की स्वास्थ्य रहने के उपाय,,का ही मान लेते हैं तो उपसंहार में यह लिख सकतें हैं।

की कभी कभी उपवास करने से भी स्वास्थ बनाएं रखने में सहायता मिलती है,याद रखें सभी बातों के साथ साथ सदैव हंसमुख रहना स्वास्थ रक्षा की कुंजी है।बस इसी तरह निबंध को समाप्त करना चाहिए। जिससे की लगे की आपने जो जानकारी दिए हैं वह पुर्ण है। और ज्यादा सरल तरीके से समझाने के लिए अपनी भाषा में लिखने का प्रयास करें।

आशा करते हैं निबंध लेखन का तरीका आपको अच्छा लगेगा निबंध लेखन के तरीके को सही पालन करते हैं तो आप पूरे नम्बर पा सकते हैं।

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