छुट्टी या अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र कैसे लिखें | prarthna patra hindi mein

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प्रार्थना पत्र लिखने से पहले ये जरूर ध्यान दें की पत्र सरल और साफ़ लिखा होना चाहिए। जिससे आपके शिक्षक को समझने में आसानी हो और आपके अवकाश की स्वीकृति मिल सकें।लिखने के बाद उसे अच्छे से पढ़ लें । ताकि कहीं कोई त्रुटि हो तो सुधार लो।

प्रार्थना पत्र

छुट्टी के लिए आवेदन पत्र कैसे लिखें ? उसकी पूरी जानकारी आर्टिकल में दी जा रही यदि छात्र ने साफ़-साफ़ सही फॉर्मेट में अवकाश आवेदन पत्र लिखा है तो इसका प्रभाव ज़रूर पड़ेगा।

अवकाश के लिए प्रधानचार्य को पत्र कक्षा 1, 2, 3, 4 के विद्यार्थियों के लिये

सेवा में
श्रीमान प्रधानाचार्य
(आपके विद्यालय का नाम व पता)

विषय – 1 दिन के अवकाश हेतु

महोदय
सविनय निवेदन है कि प्रार्थी (आपका नाम) को कल रात्रि से तेज बुखार होने के के कारण विद्यालय आने में असमर्थ हूं।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि मुझे एक दिन का अवकाश प्रदान करने की महान कृपा करें।
आपका आज्ञाकारी छात्र
(आपका नाम)
कक्षा – 7
रोल नम्बर – 01

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छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र

सेवा मे,
श्रीमान प्रधानाचार्य जी
(विद्यालय का नाम व पता)

महोदय
सविनय निवेदन है कि मैं इस पत्र के माध्यम से आपको जानकारी देना चाहता हूँ कि मुझे [2 दिन से तेज बुखार होने के कारण विद्यालय आने मे अक्षम हू] मैं [स्कूल का नाम] में [कक्षा का नाम] का विद्यार्थी हू मुझे तेज बुखार होने के कारण 2 दिनों के अवकाश की आवश्यकता है। मुझे इस अवकाश के लिए अनुमति प्रदान करने की कृपा करें, मैं सदा आपका आभारी रहूंगा।

आपका आज्ञाकारी छात्र
(आपका नाम)
कक्षा – 00
रोल नम्बर – 00

प्रार्थना पत्र लिखते वक्त इन नियमो का रखे ध्यान

पत्र लिखते समय ध्यान योग्य बाते।

  1. पत्र के प्रारंभिक हिस्से में, एक उचित शीर्षक दें जो पत्र के विषय को स्पष्ट रूप से दर्शाता हो। यह पाठक को आपके पत्र की सारांशिक जानकारी देगा।
  2. अपनी बातचीत को संक्षेप में रखें और स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें। लम्बे और घुमावदार वाक्यों से बचें और उचित प्राथमिकता के साथ मुख्य बिंदुओं को प्रस्तुत करें।
  3. पत्र में विभिन्न विचारों, पक्षों, और आरोपों को संयोजित और व्यापक ढंग से प्रस्तुत करें। साक्ष्य या उदाहरण का प्रयोग करके अपने विचारों को प्रस्तुत करें।
  4. पत्र के सभी विवरणों की सटीकता और सत्यापन करें। यदि आप किसी आंकड़े, तथ्य, या विशेष जानकारी का प्रयोग कर रहे हैं, तो उसे सत्यापित करें और स्रोत को उल्लेखित करें।
  5. साफ व सुंदर राइटिंग मे लिखने की कोशिश करे, यह आपके पत्र को अधिक मूल्यवान बनायेगा।
  6. पत्र मे विनम्रता के साथ विचारोंंको प्रस्तुत करे।
  7. पत्र के अंत मे अपना नाम, कक्षा, पता, रोल नम्बर, आदि जरुरी चीजे देना ना भूले।

पत्र से सम्बंधित मुख्य बाते

पत्र दो प्रकार के होते हैं

  1. पहला औपचारिक आवेदन पत्र
  2. दूसरा अनौपचारिक आवेदन पत्र।

औपचारिक आवेदन पत्र – यह पत्र हम ऑफिस, गवर्नमेंट डिपार्टमेंट, अधिकारी, निगम-निकाय, प्राइवेट कंपनी, इंस्टीटूशन आदि लोगों को लिखा जाता है।

अनौपचारिक आवेदन पत्र – इस पत्र को दोस्तों, रिश्तेदारों, सगे सम्बन्धियों या फिर अपने जान पहचान के लोगों को लिखा जाता है।

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